तेरे जलने से अगर तेरे घर उजाला होता है तो जल 🔆
तेरे चलने से तेरे घर को गति मिलती है तो चल 🔆
तेरे ठान लेने से तेरे घर ठाठ होता है तो ठान 🔆
तेरे होसले से त्तेरा घोसला बनता है तो होसला कर 🔆
तेरे समय से तेरे घर का समय सही होता है तो समय दे 🔆
तेरे कर्म करने से तेरी कीमत बढती है तो कर्म कर
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*चींटी* से *मेहनत* सीखिए
*बगुले* से *तरकीब*
और
*मकड़ी* से *कारीगरी।*
“अपने विकास के लिए अंतिम समय
तक *संघर्ष* कीजिए।
संघर्ष ही जीवन है।
*”अपनी जिंदगी के किसी भी दिन को मत कोसना”*…!!!
क्योंकि
*”अच्छा दिन खुशियाँ लाता है”
*”और बुरा दिन अनुभव
*”एक सफल जिंदगी के लिए दोनों जरूरी होती है”*..!!
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कोई अगर आपके अच्छे कार्य पर सन्देह करता है …*
*तो करने देना, क्योकि…*
*शक़, सदा सोने की शुद्धता पर किया जाता है…*
*कोयले की कालिख पर नही…!”*
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ताश का जोकर*
और
*अपनों की ठोकर*,
*अक्सर बाजी घुमा देती है।*
*अपनी सहनशीलता को बढाइए।*
*छोटी मोटी घटना से हताश मत होईये।*
*जो चंदन घिस जाता है,वह भगवान के मस्तक पर लगाया जाता है;*
और
*जो नही घिसता वह तो सिर्फ जलाने के काम ही आता है!